KD Campus की नीतू मैम की सफलता और संघर्ष की कहानी

Neetu Mam की सफलता की कहानी: सब कुछ हारकर कैसे खड़ा किया KD Campus

नीतू सिंह, जिन्हें उनके छात्र प्यार से ‘नीतू मैम’ कहते हैं, की सफलता की कहानी लाखों लोगों को प्रेरित करती है। यह KD Campus की संस्थापक की उस अविश्वसनीय यात्रा की कहानी है, जिसने व्यक्तिगत और व्यावसायिक धोखे को एक शक्तिशाली अवसर में बदल दिया। झारखंड के एक छोटे से शहर से लेकर दिल्ली में छात्रों की एक प्रमुख आवाज बनने तक, उनकी कहानी दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का एक जीता-जागता सबूत है।

संघर्षों से भरा बचपन

झारखंड के गिरिडीह में जन्मी नीतू के जीवन में सिर्फ तीन साल की उम्र में एक बड़ी त्रासदी हुई। एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता का आकस्मिक निधन हो गया, जिसके बाद उनकी माँ और बड़े भाई ने परिवार की जिम्मेदारी संभाली।

छह बहनों के साथ आर्थिक तंगी के बीच पली-बढ़ी नीतू ने बहुत कम उम्र में ही दृढ़ता का पाठ सीख लिया था। चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्टता हासिल की और दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ सेंटर तक का सफर तय किया।

साझेदारी, सफलता और एक क्रूर धोखा

2005 में, नीतू ने अपने पहले कोचिंग सेंटर की नींव रखी। एक साल बाद, उन्होंने राजीव सौमित्र से शादी की और दोनों ने मिलकर पैरामाउंट कोचिंग सेंटर को ₹200 करोड़ के विशाल कारोबार में बदल दिया। इसी दौरान उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेस्टसेलर किताब “English Volume 1” भी लिखी।

हालांकि, इस सफलता के साथ एक क्रूर मोड़ भी आया। 2 अगस्त, 2015 को उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। कथित तौर पर, उनके पति ने ही उन्हें पैरामाउंट से बाहर निकाल दिया, जिस कंपनी की वह सह-संस्थापक और 50% की हिस्सेदार थीं। इस घटना ने उन्हें बुरी तरह झकझोर दिया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

KD Campus के साथ कैसे की उन्होंने दमदार वापसी?

अपना सब कुछ खो देना किसी के लिए भी अंत हो सकता था, लेकिन नीतू के लिए यह एक नई शुरुआत थी। 2015 में, उन्होंने दिल्ली के मुखर्जी नगर में नए सिरे से शुरुआत की।

उन्होंने अपने दिवंगत पिता किशोर देव के नाम पर KD Campus की स्थापना की। संस्थान ने जल्द ही प्रसिद्धि हासिल कर ली क्योंकि इसके कई छात्र SSC टॉपर बने, जो उनके शिक्षण की गुणवत्ता और दूरदर्शिता का प्रमाण था।

जब 2020 में COVID-19 महामारी आई, तो उन्होंने KD Live के साथ ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की। आज, उनके यूट्यूब चैनल के लगभग 20 लाख सब्सक्राइबर हैं, और उनके हजारों छात्र सरकारी नौकरी पा चुके हैं।

सिर्फ एक शिक्षिका नहीं, प्रेरणा की मिसाल

नीतू सिंह सिर्फ एक वायरल इंग्लिश टीचर नहीं हैं; वह मजबूती का प्रतीक हैं। पढ़ाने के अलावा, उन्होंने अपना जीवन वंचित परिवारों, अनाथों और बुजुर्गों की मदद के लिए समर्पित कर दिया है।

पिता को खोने से लेकर विश्वासघात और पेशेवर असफलताओं का सामना करने तक का उनका सफर लचीलेपन की ताकत का एक प्रमाण है। नीतू मैम ने हर मुश्किल को एक अवसर में बदल दिया और साबित कर दिया कि सच्ची हिम्मत से आप अपनी जिंदगी को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना सकते हैं।


FAQs

नीतू मैम कौन हैं?

नीतू मैम (नीतू सिंह) एक प्रसिद्ध अंग्रेजी शिक्षिका और भारत में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक प्रमुख कोचिंग संस्थान KD Campus और KD Live की संस्थापक हैं।

KD कैंपस किस लिए प्रसिद्ध है?

KD कैंपस SSC, बैंकिंग और अन्य सरकारी नौकरी परीक्षाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है। यह कई टॉप-रैंकिंग छात्र देने के लिए जाना जाता है।

नीतू मैम और पैरामाउंट के बीच क्या हुआ था?

नीतू मैम पैरामाउंट कोचिंग की सह-संस्थापक और 50% की मालिक थीं। 2015 में, उन्हें कथित तौर पर उनके पति और बिजनेस पार्टनर द्वारा उनकी ही कंपनी से बाहर कर दिया गया था।

KD कैंपस किस लिए प्रसिद्ध है?

KD कैंपस SSC, बैंकिंग और अन्य सरकारी नौकरी परीक्षाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है। यह कई टॉप-रैंकिंग छात्र देने के लिए जाना जाता है।

पैरामाउंट कोचिंग सेंटर से उनका क्या विवाद था?

2015 में उनके पति ने उन्हें पैरामाउंट से बाहर निकाल दिया, जबकि वह उसकी सह-संस्थापक और 50% हिस्सेदार थीं।


निष्कर्ष

नीतू मैम का जीवन साबित करता है कि असफलताएं अंत नहीं, बल्कि एक शानदार वापसी की तैयारी होती हैं। फर्श से शिखर तक का उनका सफर छात्रों और उद्यमियों को समान रूप से प्रेरित करता है, जो यह याद दिलाता है कि आपका अतीत आपके भविष्य को परिभाषित नहीं करता।

कॉल टू एक्शन (वैकल्पिक): आप उनकी यात्रा को फॉलो कर सकते हैं और उनसे KD Live YouTube चैनल पर सीख सकते हैं।

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