इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक और बुरी खबर में, दक्षिण कोरिया की दिग्गज Automobile कंपनियों हुंडई मोटर (Hyundai Motor) और किआ (Kia) ने Ola Electric शेयर में अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेच दी है।
यह बिकवाली ऐसे समय में हुई है जब भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली यह कंपनी पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रही है। इस खबर के बाद मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 8% से ज्यादा की भारी गिरावट दर्ज की गई। आइए इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
क्यों बेची गई हिस्सेदारी? Ola Electric की बढ़ती मुश्किलें
Hyundai और Kia का यह फैसला अचानक नहीं है। ओला इलेक्ट्रिक पिछले कुछ समय से कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है, जो इस बिकवाली का मुख्य कारण माना जा रहा है:
- बढ़ता हुआ घाटा: हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का तिमाही घाटा दोगुने से भी ज्यादा हो गया है।
- कमजोर मांग और प्रतिस्पर्धा: बाजार में मांग उम्मीद के मुताबिक नहीं है और दूसरी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।
- नियामक मुद्दे: कंपनी पर वाहन बुकिंग की गिनती के तरीकों को लेकर सवाल उठे हैं। साथ ही, नियमों का पालन न करने पर स्थानीय परिवहन अधिकारियों द्वारा छापेमारी और वाहन जब्ती जैसी कार्रवाइयों का भी सामना करना पड़ा है।
इन सभी कारणों ने निवेशकों का भरोसा कमजोर किया है।

Ola Electric कितने शेयर और किस कीमत पर बिके?
NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) के बल्क डील डेटा के अनुसार, यह बिकवाली मंगलवार को हुई।
कंपनी | बेचे गए शेयर (लगभग) | औसत कीमत (प्रति शेयर) |
Hyundai Motor | 10.88 करोड़ | ₹50.70 |
Kia | 2.71 करोड़ | ₹50.55 |
इसी डील में, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरीशस (Citigroup Global Markets Mauritius) ने लगभग 8.61 करोड़ शेयर खरीदे हैं।
Ola Electric के शेयरों पर क्या असर पड़ा?
इस बड़ी बिकवाली ने Ola Electric शेयर पर बहुत बुरा असर डाला।
- मंगलवार को शेयर 8.1% गिर गए, जो पिछले सात महीनों में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
- इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में 42% की गिरावट आ चुकी है।
कभी था बड़ा स्ट्रैटेजिक निवेश
आपको बता दें कि Hyundai और Kia, जो Hyundai Group का हिस्सा हैं, ने मार्च 2019 में ओला में 300 मिलियन डॉलर (लगभग 2,578 करोड़ रुपये) का बड़ा निवेश किया था। उस समय इसे उनका “अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त निवेश” कहा गया था। यह निवेश “स्मार्ट मोबिलिटी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर” बनने की उनकी रणनीति का हिस्सा था।
31 मार्च तक के आंकड़ों के अनुसार, Hyundai के पास ओला में 2.47% की हिस्सेदारी थी। इस बिकवाली का मतलब है कि Hyundai ने लगभग अपना पूरा निवेश निकाल लिया है।
निष्कर्ष
Hyundai और Kia जैसे बड़े रणनीतिक निवेशकों का बाहर निकलना Ola Electric के लिए एक बड़ा झटका है। यह कंपनी के मौजूदा संकट को और गहरा करता है। अब देखना यह होगा कि भाविश अग्रवाल और उनकी टीम इन चुनौतियों से कैसे निपटती है और निवेशकों का भरोसा वापस जीत पाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: Hyundai और Kia ने Ola Electric के शेयर क्यों बेचे?
उत्तर: उन्होंने Ola के बढ़ते घाटे, कमजोर मांग, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नियामक मुद्दों के कारण अपनी हिस्सेदारी बेची है।
प्रश्न 2: इस बिकवाली का Ola Electric के शेयरों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: इस खबर के बाद Ola Electric के शेयरों में एक ही दिन में 8% से ज्यादा की गिरावट आई और इस साल अब तक कुल 42% की गिरावट हो चुकी है।
प्रश्न 3:Hyundai और Kia ने Ola Electric में कितना निवेश किया था?
उत्तर: इन दोनों कंपनियों ने मिलकर 2019 में Ola में 300 मिलियन डॉलर का रणनीतिक निवेश किया था।