Priya Nair First Women CEO of HUL

इतिहास में पहली बार! HUL की कमान संभालेगी एक महिला, Priya Nair बनीं नई CEO और MD

कॉरपोरेट इंडिया के इतिहास में एक नया और सुनहरा अध्याय लिखा गया है। देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी (FMCG) कंपनी, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने एक ऐसा ऐलान किया है, जिसने न केवल बिजनेस की दुनिया में, बल्कि पूरे देश में एक नई बहस और उत्साह को जन्म दिया है। कंपनी ने प्रिया नायर को अपना नया सीईओ (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) नियुक्त किया है, और इसके साथ ही, प्रिया HUL के दशकों पुराने इतिहास में इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं।

यह नियुक्ति सिर्फ एक पद का बदलाव नहीं है, बल्कि यह उस कांच की छत (glass ceiling) को तोड़ने का एक शक्तिशाली प्रतीक है, जो अक्सर कॉरपोरेट जगत में शीर्ष पदों पर महिलाओं की राह में बाधा बनती है। प्रिया नायर 1 अगस्त, 2025 से यह जिम्मेदारी संभालेंगी। वह रोहित जावा की जगह लेंगी, जो अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के अगले अध्याय की शुरुआत करने के लिए 31 जुलाई, 2025 को पद छोड़ देंगे। आइए, विस्तार से जानते हैं कि कौन हैं प्रिया नायर और क्यों उनकी नियुक्ति HUL और भारत के लिए इतनी खास है।

कौन हैं प्रिया नायर? HUL की एक ‘होम-ग्रोन’ लीडर

Priya Nair की कहानी दृढ़ संकल्प, मेहनत और दूरदर्शिता की कहानी है। वह HUL के लिए कोई बाहरी चेहरा नहीं हैं, बल्कि वह कंपनी की एक ‘होम-ग्रोन’ लीडर हैं, जिन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर कंपनी के भीतर रैंक-दर-रैंक तरक्की की है। उनका करियर इस बात का एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे एक कंपनी अपने टैलेंट को पहचानती है और उसे शीर्ष तक पहुंचने का मौका देती है।

HUL में 30 साल का शानदार सफर

प्रिया नायर ने 1995 में एक युवा प्रोफेशनल के तौर पर HUL में अपने करियर की शुरुआत की थी। पिछले लगभग तीन दशकों में, उन्होंने कंपनी के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में काम किया और अपनी एक अलग छाप छोड़ी।

  • सेल्स और मार्केटिंग की महारथी: उन्होंने अपने शुरुआती वर्षों में होम केयर, ब्यूटी एंड वेलबीइंग, और पर्सनल केयर जैसे व्यवसायों में सेल्स और मार्केटिंग की कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। इसने उन्हें भारतीय बाजार और यहां के उपभोक्ताओं की नब्ज को समझने में मदद की।
  • होम केयर बिजनेस का नेतृत्व: उनके शानदार योगदान के चलते, 2014 से 2020 तक वह HUL की होम केयर डिवीजन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहीं। यह HUL का एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण बिजनेस है।
  • ब्यूटी एंड पर्सनल केयर की कमान: इसके बाद, 2020 से 2022 तक, उन्होंने HUL के ब्यूटी एंड पर्सनल केयर बिजनेस की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में काम किया, जो कंपनी के सबसे गतिशील और प्रतिस्पर्धी सेगमेंट में से एक है।

ग्लोबल मंच पर पहचान

HUL में अपनी सफलता के बाद, प्रिया नायर ने वैश्विक स्तर पर भी अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया। वह यूनिलीवर में ग्लोबल चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO), ब्यूटी एंड वेलबीइंग बनीं। वर्तमान में, वह यूनिलीवर के सबसे तेजी से बढ़ते बिजनेस में से एक, ब्यूटी एंड वेलबीइंग की प्रेसिडेंट हैं। उनका यह वैश्विक अनुभव उन्हें एक व्यापक और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो HUL जैसी बड़ी कंपनी का नेतृत्व करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

क्यों प्रिया नायर ही बनीं पहली पसंद?

जब HUL जैसी विशाल कंपनी के शीर्ष पद के लिए किसी को चुना जाता है, तो उसके पीछे एक बहुत गहरी सोच और रणनीति होती है। प्रिया नायर का चयन इस बात का प्रमाण है कि बोर्ड उन्हें इस भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार मानता है।

HUL के चेयरमैन, नितिन परांजपे ने प्रिया नायर की नियुक्ति पर कहा, “प्रिया का HUL और यूनिलीवर में एक उत्कृष्ट करियर रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय बाजार की अपनी गहरी समझ और शानदार ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, प्रिया HUL को प्रदर्शन के एक नए स्तर पर ले जाएंगी।”

परांजपे के बयान से दो बातें साफ होती हैं:

  1. भारतीय बाजार की गहरी समझ: HUL का बिजनेस सीधे तौर पर भारत के करोड़ों उपभोक्ताओं से जुड़ा है। प्रिया ने अपने करियर का एक बड़ा हिस्सा यहीं बिताया है, जिससे वह भारतीय संस्कृति, उपभोक्ता व्यवहार और बाजार की बारीकियों को किसी और से बेहतर समझती हैं।
  2. उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड: उन्होंने जिस भी विभाग का नेतृत्व किया है, वहां उन्होंने सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। यह उनकी नेतृत्व क्षमता और परिणाम देने की काबिलियत को दर्शाता है।

रोहित जावा का कार्यकाल और चुनौतियां

प्रिया नायर, रोहित जावा की जगह लेंगी, जिन्होंने 2023 में HUL के सीईओ का पद संभाला था। HUL के अनुसार, रोहित जावा के दो साल से अधिक के कार्यकाल में कंपनी ने मुश्किल बाजार परिस्थितियों के बावजूद वॉल्यूम आधारित प्रतिस्पर्धी विकास हासिल किया।

नितिन परांजपे ने रोहित जावा को धन्यवाद देते हुए कहा, “HUL के बोर्ड की ओर से, मैं रोहित को कठिन बाजार परिस्थितियों में बिजनेस का नेतृत्व करने और सफलता के लिए इसकी नींव को मजबूत करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। कंपनी ने पिछले दो वर्षों में पोर्टफोलियो को तेज करने और बाजार में अपने नेतृत्व को और बढ़ाने के लिए निर्णायक कदम उठाए।” जावा का कार्यकाल ऐसे समय में था जब FMCG सेक्टर महंगाई और धीमी मांग जैसी चुनौतियों से जूझ रहा था। उनके नेतृत्व में कंपनी ने इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया।

इस ऐतिहासिक नियुक्ति के क्या हैं मायने?

HUL की नई सीईओ के रूप में प्रिया नायर की नियुक्ति के कई गहरे और दूरगामी मायने हैं:

  • लैंगिक समानता का प्रतीक: यह सबसे बड़ा और स्पष्ट संदेश है। भारत की सबसे बड़ी कंज्यूमर गुड्स कंपनी के शीर्ष पर एक महिला का होना, कॉरपोरेट इंडिया में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए एक मील का पत्थर है। यह लाखों युवा महिलाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा।
  • मेरिटोक्रेसी (योग्यता) पर मुहर: यह नियुक्ति दिखाती है कि HUL में पद और तरक्की सिर्फ अनुभव या वरिष्ठता पर नहीं, बल्कि योग्यता और प्रदर्शन पर आधारित हैं।
  • ‘इनसाइडर’ पर भरोसा: एक ‘इनसाइडर’ यानी कंपनी के भीतर से ही किसी को CEO बनाना, कंपनी की संस्कृति और उसके लोगों पर बोर्ड के भरोसे को दर्शाता है। यह कर्मचारियों के मनोबल को भी बढ़ाता है।
  • स्थिरता और निरंतरता का संकेत: चूंकि प्रिया कंपनी की संस्कृति और कार्यशैली से अच्छी तरह वाकिफ हैं, इसलिए नेतृत्व में यह बदलाव सहज और स्थिर रहने की उम्मीद है।

प्रिया नायर अब HUL बोर्ड में भी शामिल होंगी और यूनिलीवर लीडरशिप एक्जीक्यूटिव (ULE) की सदस्य बनी रहेंगी। उनका नेतृत्व HUL को एक ऐसे भविष्य की ओर ले जाने का वादा करता है, जो न केवल व्यावसायिक रूप से सफल होगा, बल्कि अधिक समावेशी और प्रेरणादायक भी होगा। यह सिर्फ HUL के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए एक गर्व का क्षण है।

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