सालों का इंतजार, महीनों की अटकलें और सरकार के साथ एक लंबी खींचतान के बाद, आखिरकार वो दिन आ ही गया है जिसका भारत के ऑटोमोबाइल प्रेमियों को बेसब्री से इंतजार था। एलन मस्क की क्रांतिकारी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला इंडिया (Tesla India) में अपनी आधिकारिक शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी ने ऐलान कर दिया है कि उसका पहला भारतीय शोरूम 15 जुलाई को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के Bandra Kurla Complex (BKC) में खुलेगा।
इस बड़े ऐलान के साथ ही, Tesla ने एक टीज़र भी जारी किया है, जिसने कार के शौकीनों के बीच उत्साह की एक नई लहर दौड़ा दी है। हालांकि, कंपनी ने अभी भी अपने प्रोडक्ट लाइनअप पर रहस्य बनाए रखा है, लेकिन सूत्रों और सड़क पर हुई टेस्टिंग से जो संकेत मिल रहे हैं, वे एक बेहद रोमांचक भविष्य की ओर इशारा कर रहे हैं। यह सिर्फ एक कार कंपनी का लॉन्च नहीं है, बल्कि यह भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक नए युग की शुरुआत है। आइए, जानते हैं कि Tesla India अपने पहले कदम में क्या कुछ खास लेकर आ रही है।
Tesla India पहली गाड़ी कौन सी होगी? Model Y पर सबकी निगाहें

भले ही टेस्ला ने आधिकारिक तौर पर किसी कार का नाम नहीं लिया है, लेकिन बाजार में इस बात को लेकर लगभग सहमति है कि कंपनी अपनी सबसे लोकप्रिय और सफल इलेक्ट्रिक SUV, टेस्ला मॉडल Y (Tesla Model Y) के साथ भारतीय बाजार में उतरेगी। इस दावे को इस बात से और भी बल मिलता है कि पिछले कई महीनों में मॉडल Y को भारत के अलग-अलग शहरों में टेस्टिंग के दौरान कई बार देखा गया है।
पूरी तरह से आयातित मॉडल (CBU)
यह जानना बेहद जरूरी है कि शुरुआत में भारत में बिकने वाली टेस्ला मॉडल Y एक पूरी तरह से आयातित मॉडल (Completely Built-up Unit – CBU) होगी। इसका मतलब है कि यह कार विदेश में बनेगी और फिर उसे सीधे भारत में आयात किया जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण जानकारी है, क्योंकि इसका सीधा असर कार की कीमत पर पड़ेगा।
कीमत का पेंच: क्या यह आम आदमी की पहुंच में होगी?
यही वो सवाल है जो हर किसी के मन में है। चूंकि कार को सीधे आयात किया जाएगा, इसलिए इस पर भारत सरकार द्वारा लगाया जाने वाला भारी-भरकम आयात शुल्क (Import Duty) भी लगेगा। यह वही मुद्दा है जिसको लेकर Tesla और भारत सरकार के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही थी। Tesla चाहती थी कि सरकार आयात शुल्क कम करे ताकि कारें सस्ती हो सकें, जबकि सरकार चाहती थी कि Tesla भारत में ही अपनी फैक्ट्री लगाए (मेक इन इंडिया)।
एक रिपोर्ट ने खोले कीमत के राज
ब्लूमबर्ग की एक पिछली रिपोर्ट ने इसकी कीमत को लेकर एक बड़ा संकेत दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, आयातित यूनिट्स की कीमत ₹27.69 लाख थी, जिसमें ₹21 लाख से अधिक तो सिर्फ आयात शुल्क ही था! हालांकि यह एक शुरुआती अनुमान है, लेकिन यह साफ करता है कि भारत में Tesla Model Y एक प्रीमियम और लक्जरी पेशकश होगी। इसकी कीमत भारतीय बाजार में मौजूद अन्य लक्जरी SUVs को टक्कर दे सकती है, और यह शुरुआत में आम आदमी की पहुंच से बाहर ही रहेगी।
लुक और डिज़ाइन: भविष्य की एक झलक

टेस्ला अपनी भविष्यवादी (futuristic) और मिनिमलिस्टिक डिजाइन के लिए जानी जाती है, और मॉडल Y भी इससे अलग नहीं है। नवीनतम संस्करण में पिछले मॉडल की तुलना में कई डिजाइन सुधार किए गए हैं।
- आधुनिक फ्रंट लुक: कार के फ्रंट में अब पहले से ज्यादा पतली लाइट्स (slimmer lights) दी गई हैं, जो इस (Electronic Vehicle) इलेक्ट्रिक व्हीकल को एक बेहद मॉडर्न और आक्रामक लुक देती हैं।
- कनेक्टेड टेल लाइट्स: कार का ओवरऑल सिल्हूट तो वही है, लेकिन पीछे की तरफ अब कनेक्टेड टेल लाइट्स दी गई हैं, जो आजकल प्रीमियम कारों में एक लोकप्रिय ट्रेंड है।
- रंगों की भरमार: डिजाइन को और भी आकर्षक बनाने के लिए कई तरह के पेंट कलर ऑप्शन दिए गए हैं, जिनमें Pearl White, Stealth Grey, Deep Blue Metallic, Ultra Red, Quicksilver, और Diamond Black शामिल हैं।
- अंदर से कैसा है माहौल? इंटीरियर के लिए सिर्फ दो विकल्प हैं – एक पूरी तरह से Black और दूसरा पूरी तरह से White सेटअप। यह Tesla की Minimalist Philosophy को दर्शाता है, जहाँ कम बटनों के साथ एक बड़ी Central Screen ही सब कुछ कंट्रोल करती है।
रफ़्तार और पावर: एक इलेक्ट्रिक रॉकेट

टेस्ला की कारें सिर्फ अपने लुक के लिए नहीं, बल्कि अपनी तूफानी रफ्तार के लिए भी जानी जाती हैं। Tesla Model Y में परफॉर्मेंस के मामले में कोई समझौता नहीं किया गया है।
- एक ही कॉन्फ़िगरेशन: भारत में यह सिंगल कॉन्फ़िगरेशन विकल्प के साथ आएगी।
- ऑल-व्हील ड्राइव (AWD): इसके प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए, गाड़ी में (All Wheel Drive) ऑल-व्हील-ड्राइव सिस्टम दिया गया है, जो सड़क पर बेहतर कंट्रोल और पकड़ प्रदान करता है, खासकर खराब मौसम या मुश्किल रास्तों पर।
- लॉन्ग-रेंज बैटरी: इसमें एक Long Range Battery लगाई गई है, जो एक बार फुल चार्ज करने पर 526 Kilometer (EPA-रेटेड) की शानदार रेंज देती है। इसका मतलब है कि आप एक बार चार्ज करके दिल्ली से लखनऊ तक का सफर आराम से तय कर सकते हैं।
- रॉकेट जैसी रफ्तार: यह Electronic SUV रफ्तार के मामले में किसी Sports Car से कम नहीं है। यह महज 4.6 Second में 0 से 96 Kilometer प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।
- टॉप स्पीड: इसकी Top Speed 200 Kilometer प्रति घंटे तक सीमित रखी गई है।
Tesla India का भविष्य क्या है?
Tesla India की यह शुरुआत एक बहुत बड़ा कदम है, लेकिन यह अभी सिर्फ पहला अध्याय है। शुरुआत में पूरी तरह से आयातित मॉडल और उसकी ऊंची कीमत यह दर्शाती है कि कंपनी पहले भारतीय बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में अपनी जगह बनाना चाहती है।
इस आयातित मॉडल की सफलता ही भारत में Tesla का भविष्य तय करेगी। अगर ऊंची कीमत के बावजूद भारतीय ग्राहकों से मजबूत मांग मिलती है, तो यह Elon Musk को भारत में एक स्थानीय फैक्ट्री (Gigafactory) में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। स्थानीय उत्पादन से कारों की लागत में भारी कमी आएगी, और तब Tesla India के एक बड़े ग्राहक वर्ग तक अपनी पहुंच बना पाएगी।
फिलहाल, 15 जुलाई का इंतजार है, जब मुंबई में Tesla का पहला शोरूम खुलेगा और भारतीय सड़कों पर आधिकारिक तौर पर एक नए इलेक्ट्रिक युग की शुरुआत होगी। यह न केवल Tesla India के लिए, बल्कि पूरे भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होने वाला है।