जब भी भारतीय अर्थव्यवस्था की बात होती है, तो एक नाम हमेशा चर्चा के केंद्र में रहता है – Reliance Industries। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली इस विशालकाय कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह देश की आर्थिक ग्रोथ का सबसे बड़ा इंजन क्यों है। वैश्विक बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद, कंपनी ने अपने टेलीकॉम, रिटेल और ऑयल-टू-केमिकल बिजनेस के दम पर अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही मुनाफा और EBITDA दर्ज किया है।
यह सिर्फ एक और तिमाही नतीजा नहीं है, बल्कि यह Reliance Industries की उस मजबूत बुनियाद और भविष्य की ग्रोथ योजनाओं का एक स्पष्ट संकेत है, जिसने निवेशकों का भरोसा भी जीता है। इस तिमाही में रिलायंस के शेयरों में 17.7% की शानदार बढ़ोतरी देखी गई, जिसने बेंचमार्क निफ्टी 50 को भी पीछे छोड़ दिया। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, मुकेश अंबानी ने इन नतीजों पर विश्वास जताते हुए कहा है कि यह प्रदर्शन इस बात का भरोसा देता है कि रिलायंस हर 4-5 साल में खुद को दोगुना करने के अपने शानदार ट्रैक रिकॉर्ड को जारी रखेगी। आइए, इन धमाकेदार नतीजों के 10 प्रमुख हाईलाइट्स पर एक गहरी नजर डालते हैं।
1. मुनाफा (Bottomline): 76.5% का बंपर उछाल!
इस तिमाही का सबसे बड़ा आकर्षण कंपनी का मुनाफा रहा। Reliance Industries का शुद्ध लाभ साल-दर-साल 76.5% बढ़कर ₹30,783 करोड़ हो गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹17,445 करोड़ था। हालांकि, कंपनी ने बताया कि अगर लिस्टेड निवेशों की बिक्री से हुई कमाई को हटा दिया जाए, तो भी मुनाफा 25% बढ़ा है।
2. आय (Topline): जियो और रिटेल का जलवा
कंपनी का कुल राजस्व (Revenue) 6% बढ़कर ₹2.73 लाख करोड़ रहा। इस बढ़ोतरी के पीछे जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल की दोहरे अंकों की शानदार ग्रोथ का बड़ा हाथ है।
3. ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस: EBITDA में 35.7% की विशाल वृद्धि
कंपनी का EBITDA (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमोर्टाइजेशन से पहले की कमाई) 35.7% बढ़कर ₹58,024 करोड़ हो गया। यह कंपनी के इतिहास में किसी भी तिमाही का सबसे ज्यादा EBITDA है। EBITDA मार्जिन भी पिछले साल के 16.6% से बढ़कर 21.2% हो गया, जो कंपनी की परिचालन दक्षता को दर्शाता है।
4. जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms): 5G का किंग
जियो ने इस तिमाही में भी अपना दबदबा कायम रखा।
- राजस्व: 18.8% बढ़कर ₹41,054 करोड़।
- मुनाफा: 24.9% बढ़कर ₹7,110 करोड़।
- सब्सक्राइबर: 99 लाख नए ग्राहक जोड़े, कुल ग्राहक 49.8 करोड़।
- 5G का कमाल: मुकेश अंबानी ने बताया कि जियो के 5G सब्सक्राइबर 20 करोड़ को पार कर गए हैं और जियो एयरफाइबर (Jio AirFiber) 74 लाख ग्राहकों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सेवा बन गई है।
5. रिलायंस रिटेल (Reliance Retail): हर सेगमेंट में दमदार प्रदर्शन
रिटेल बिजनेस ने भी शानदार प्रदर्शन किया।
- मुनाफा: 33.2% बढ़कर ₹3,267 करोड़।
- राजस्व: 11.3% बढ़कर ₹84,171 करोड़।
- नए स्टोर: इस तिमाही में 388 नए स्टोर खोले, कुल स्टोर की संख्या 19,592 हो गई।
- ग्राहक आधार: ग्राहकों की संख्या बढ़कर 35.8 करोड़ हो गई।
कंपनी के अनुसार, ग्रोसरी और फैशन सेगमेंट ने बाजार में अग्रणी प्रदर्शन किया।
6. ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C): मार्जिन में सुधार
मुकेश अंबानी ने कहा कि ऊर्जा बाजारों में अनिश्चितता के बावजूद, O2C बिजनेस ने मजबूत ग्रोथ दिखाई।
- EBITDA: 10.8% बढ़कर ₹14,511 करोड़। यह घरेलू ईंधन रिटेल पर अनुकूल मार्जिन और ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल क्रैक में सुधार के कारण हुआ।
- राजस्व: कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और प्लान किए गए शटडाउन के कारण राजस्व 1.5% घटकर ₹1.55 लाख करोड़ रहा। हालांकि, Jio-bp नेटवर्क के माध्यम से घरेलू ईंधन की बिक्री ने इसे सहारा दिया।
7. ऑयल एंड गैस (Oil & Gas): उत्पादन में गिरावट
इस सेगमेंट के प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट देखी गई।
- राजस्व: 1.2% घटकर ₹6,103 करोड़। इसका मुख्य कारण KGD6 गैस के उत्पादन में प्राकृतिक गिरावट के कारण बिक्री की मात्रा में कमी थी।
- EBITDA: 4.1% घटकर ₹4,996 करोड़।
8. जियोस्टार (JioStar): IPL का चला जादू
Reliance Industries के मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस ने भी रिकॉर्ड प्रदर्शन किया।
- राजस्व: ₹11,222 करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व।
- मुनाफा: ₹581 करोड़।
यह शानदार प्रदर्शन सफल IPL सीजन के कारण हुआ, जिसमें टीवी और डिजिटल, दोनों प्लेटफॉर्म पर मजबूत ग्रोथ देखी गई। JioHotstar पर IPL के दौरान सब्सक्राइबर बेस 28.7 करोड़ तक पहुंच गया।
9. पूंजीगत व्यय (Capex)
इस तिमाही में कंपनी का पूंजीगत व्यय (स्पेक्ट्रम को छोड़कर) ₹29,875 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹28,785 करोड़ था।
10. नकदी और कर्ज (Cash and Debt)
- कैश: जून 2025 के अंत में कंपनी के पास ₹2.2 लाख करोड़ की नकदी और नकदी समकक्ष थे।
- कर्ज: कुल बकाया कर्ज ₹3.38 लाख करोड़ था, जबकि शुद्ध कर्ज (Net Debt) ₹1.17 लाख करोड़ था।
कुल मिलाकर, Reliance Industries के ये नतीजे कंपनी के विविध बिजनेस मॉडल की ताकत को दर्शाते हैं। एक तरफ जहां जियो और रिटेल जैसे कंज्यूमर-फेसिंग बिजनेस तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कंपनी का कोर O2C बिजनेस भी मुश्किल समय में मजबूत बना हुआ है। यह प्रदर्शन निवेशकों और बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि रिलायंस आने वाले समय में भी ग्रोथ की अपनी तेज रफ्तार बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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