एक समय था जब यस बैंक (Yes Bank) का नाम संकट और अनिश्चितता का पर्याय बन गया था। लेकिन पिछले कुछ सालों में, बैंक ने एक जबरदस्त वापसी की है, और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे इसी शानदार वापसी की कहानी बयां करते हैं। शनिवार को जारी किए गए Yes Bank Q1 Results ने बाजार को चौंका दिया है, क्योंकि बैंक ने अपने तिमाही मुनाफे में लगभग 60% की भारी छलांग लगाई है। यह बैंक के पुनर्निर्माण (reconstruction) के बाद से अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही मुनाफा है।
यह शानदार प्रदर्शन बैंक के गैर ब्याज आय में मजबूत वृद्धि, बेहतर लागत दक्षता और स्थिर संपत्ति की गुणवत्ता के दम पर आया है। यस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार ने इन नतीजों को “मजबूत” बताते हुए कहा है कि बैंक ने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत एक मजबूत पायदान पर की है। तो, क्या यह यस बैंक के अच्छे दिनों की वापसी का संकेत है? क्या निवेशकों को अब इस शेयर पर दांव लगाना चाहिए? आइए, Yes Bank Q1 Results के हर एक पहलू का गहराई से विश्लेषण करते हैं और जानते हैं इन नतीजों की 10 बड़ी और महत्वपूर्ण बातें।
1. मुनाफा (Net Profit): 60% बढ़कर ₹801 करोड़ पर पहुंचा
इस तिमाही की सबसे बड़ी हेडलाइन बैंक का मुनाफा ही है।
- अप्रैल जून तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ साल दर साल 59.4% बढ़कर ₹801 करोड़ हो गया। यह बैंक के लिए एक बहुत बड़ा मनोवैज्ञानिक आंकड़ा है।
2. गैर ब्याज आय (Non Interest Income): मुनाफे में उछाल का बड़ा कारण
बैंक के मुनाफे में इस भारी उछाल के पीछे सबसे बड़ा हाथ गैर ब्याज आय का रहा, जिसमें मुख्य रूप से ट्रेजरी से हुई कमाई शामिल है।
- गैर ब्याज आय साल दर साल 46.1% बढ़कर ₹1,752 करोड़ हो गई।
- हालांकि, डिजिटल बैंकिंग उत्पादों से मिलने वाली फीस में एकमुश्त यूपीआई शुल्क समायोजन के कारण तेजी से गिरावट आई।
3. शुद्ध ब्याज आय (NII) और मार्जिन (NIM)
- NII: बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) साल दर साल 5.7% बढ़कर ₹2,371.5 करोड़ रही।
- NIM: शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) 2.5% पर स्थिर रहा, जो एक साल पहले की तुलना में 10 आधार अंक अधिक है।
4. ऑपरेटिंग प्रॉफिट और लागत
- ऑपरेटिंग प्रॉफिट: परिचालन लाभ साल दर साल 53.4% बढ़कर ₹1,358 करोड़ हो गया।
- लागत से आय अनुपात (Cost to Income Ratio): बैंक ने अपनी लागत को नियंत्रित करने में भी सफलता हासिल की है। यह अनुपात एक साल पहले के 74.3% से सुधरकर 67.1% हो गया, जो एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है।
5. संपत्ति की गुणवत्ता (Asset Quality): स्थिरता कायम
किसी भी बैंक के लिए उसकी संपत्ति की गुणवत्ता सबसे महत्वपूर्ण होती है। यस बैंक ने इस मोर्चे पर स्थिरता बनाए रखी है।
- GNPA: सकल गैर निष्पादित संपत्ति (GNPA) 1.6% पर स्थिर रही।
- NNPA: शुद्ध एनपीए (Net NPA) 0.3% पर रहा।
- प्रोविजन कवरेज रेश्यो (PCR): यह सुधरकर 80.2% हो गया, जो बैंक की मजबूती को दर्शाता है।
- स्लिपेज में बढ़ोतरी: हालांकि, स्लिपेज (नए खराब लोन) पिछली तिमाही के ₹1,223 करोड़ की तुलना में बढ़कर ₹1,458 करोड़ हो गया, जो एक छोटी सी चिंता का विषय है।
6. एडवांस (Advances): लोन ग्रोथ में धीमी गति
- बैंक का कुल एडवांस (दिए गए लोन) साल दर साल 5% बढ़कर ₹2.41 लाख करोड़ हो गया।
- यह ग्रोथ मुख्य रूप से कमर्शियल बैंकिंग (19% वृद्धि) और माइक्रो बैंकिंग (11.2% वृद्धि) सेगमेंट द्वारा संचालित थी।
- रिटेल एडवांस की ग्रोथ लगभग सपाट (सिर्फ 0.3%) रही, जो एक चिंता का विषय हो सकता है।
7. डिपॉजिट्स (Deposits): रिटेल और ब्रांच बैंकिंग का दबदबा
- कुल जमा (Total Deposits) साल दर साल 4.1% बढ़कर ₹2.76 लाख करोड़ हो गया।
- यह वृद्धि मुख्य रूप से रिटेल और ब्रांच बैंकिंग में मजबूत आकर्षण के कारण हुई, जो 20% की दर से बढ़े।
- CASA अनुपात: बैंक का कासा (करेंट अकाउंट सेविंग अकाउंट) अनुपात एक साल पहले की तुलना में 200 आधार अंक बढ़कर 32.8% हो गया, जो बैंक के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह कम लागत वाले फंड का एक स्थिर स्रोत है।
8. पूंजी पर्याप्तता (Capital Adequacy)
- बैंक का CET 1 अनुपात सुधरकर 14% हो गया।
- कुल पूंजी पर्याप्तता 16.2% पर मजबूत बनी हुई है।
9. रणनीतिक विकास: SMBC का निवेश और रेटिंग अपग्रेड
इस तिमाही में बैंक के लिए कुछ बड़ी और सकारात्मक रणनीतिक खबरें भी आईं।
- SMBC का निवेश: सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) ने एसबीआई और अन्य भारतीय बैंकों से यस बैंक में 20% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह कदम निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करेगा।
- रेटिंग अपग्रेड: तिमाही के दौरान मूडीज (Moody’s), केयर (CARE), और इक्रा (ICRA) जैसी प्रमुख रेटिंग एजेंसियों द्वारा बैंक की लॉन्ग टर्म रेटिंग को भी अपग्रेड किया गया।
10. एमडी और सीईओ का बयान
यस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार ने कहा, “बैंक ने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत एक मजबूत पायदान पर की और एक दमदार प्रदर्शन दिया… RoA (0.8%), PPoP (₹1,358 करोड़), और NIM (2.5%) जैसे प्रमुख मैट्रिक्स में उल्लेखनीय सुधार दिखा।”
निष्कर्ष: क्या यह है सही समय निवेश का?
कुल मिलाकर, Yes Bank Q1 Results बैंक के लिए एक बहुत ही सकारात्मक तस्वीर पेश करते हैं। मुनाफे में भारी उछाल, स्थिर संपत्ति की गुणवत्ता, और SMBC जैसे बड़े निवेशक का आना, यह सब बैंक के भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं। हालांकि, रिटेल लोन ग्रोथ में सुस्ती और स्लिपेज में बढ़ोतरी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर नजर रखने की जरूरत होगी।
शुक्रवार को, यस बैंक के शेयर एनएसई पर 0.25% की मामूली बढ़त के साथ ₹20.19 पर बंद हुए थे। ये नतीजे निश्चित रूप से सोमवार को बाजार खुलने पर शेयर पर एक सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। अब देखना यह होगा कि क्या बैंक अपनी इस विकास की गति को बनाए रख पाता है और निवेशकों का विश्वास पूरी तरह से जीतने में कामयाब होता है या नहीं।
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